Skip to main content

Posts

Showing posts from 2011

आ गया...

चले जा रहे थे हम राहे ज़िन्दगी की, की तुम मिले और मुकाम आ गया| कुछ और गुल यूँ खिले शौके तफरी मैं, की मुझ को भी जीना रास आ गया||