आ गया... December 17, 2011 चले जा रहे थे हम राहे ज़िन्दगी की, की तुम मिले और मुकाम आ गया| कुछ और गुल यूँ खिले शौके तफरी मैं, की मुझ को भी जीना रास आ गया|| Read more